भारत का एक अनोखा कानून जो शायद आपने कभी नहीं सुना होगा
भारत में ऐतिहासिक धरोहरों की कोई कमी नहीं है — और इनको बचाने के लिए सरकार ने एक बड़ा ही खास और अनोखा कानून बनाया है:
“प्राचीन स्मारक और पुरातत्व स्थल एवं अवशेष अधिनियम, 1958”
(Ancient Monuments and Archaeological Sites and Remains Act, 1958 – AMASR Act)
अब आप सोच रहे होंगे — क्या इसमें ऐसा अनोखा है?तो सुनिए — आप ताजमहल के पास बिना इजाज़त ड्रोन नहीं उड़ा सकते। नहीं तो सीधा कानूनी कार्रवाई होगी!
🚫 स्मारकों के पास ‘नो ड्रोन ज़ोन’
अगर आप सोच रहे हैं कि ताजमहल, खजुराहो या गोलकुंडा किले की खूबसूरत एरियल वीडियो बना लेंगे और इंस्टा पर वायरल हो जाएंगे — तो ज़रा ठहरिए!
इस कानून के अनुसार:
- स्मारक से 100 मीटर के दायरे में कोई निर्माण या ड्रोन उड़ान पूरी तरह से प्रतिबंधित है।
100 से 300 मीटर के बीच के क्षेत्र को “नियंत्रित क्षेत्र” (regulated area) कहा जाता है — जहां कुछ भी करने के लिए सरकार से अनुमति लेनी पड़ती है।
📸 कंटेंट क्रिएटर्स, सावधान!
अगर आप हैं:
- ट्रैवल ब्लॉगर
- यूट्यूबर
- शादी की शूट करने वाले फोटोग्राफर
- या फिर ड्रोन एंथूज़ियास्ट
तो ये कानून आपके लिए बेहद ज़रूरी है।
बिना इजाज़त किसी भी ASI-संरक्षित स्मारक के पास ड्रोन उड़ाना या प्रोफेशनल शूट करना गंभीर अपराध है।
🎯 असली उदाहरण:
2022 में हैदराबाद में एक यूट्यूबर ने चारमीनार के पास ड्रोन उड़ाया — पुलिस ने तुरंत हिरासत में लिया, ड्रोन जब्त हुआ और केस दर्ज कर दिया गया।
⚖️ क्या है सज़ा?
- धारा 30 के तहत:
“जो कोई भी संरक्षित स्मारक को नुकसान पहुँचाता है या उसका गलत उपयोग करता है, उसे 3 महीने की जेल या ₹5000 जुर्माना या दोनों हो सकते हैं।” और हां, बिना अनुमति के वीडियो बनाना या ड्रोन उड़ाना, “गलत उपयोग” की श्रेणी में आ सकता है।
📏 आसपास के इलाके में भी है सख्ती
सिर्फ स्मारक के ठीक पास ही नहीं — बल्कि उसके 300 मीटर के अंदर कोई भी निर्माण कार्य, जैसे घर की मरम्मत या नया निर्माण, बिना ASI और राष्ट्रीय स्मारक प्राधिकरण की इजाज़त के अवैध है।
🤯 1958 का कानून, लेकिन 2025 में भी सुपर एक्टिव!
भले ही ये कानून 1958 में बना हो, पर आज के डिजिटल युग में इसकी ताकत और भी बढ़ गई है।
इतिहास की रक्षा और आधुनिक तकनीक की टक्कर में, ये कानून आज भी मजबूती से खड़ा है।
📝 अंत में:
“ताजमहल का aerial shot लेना आसान नहीं — पहले इजाज़त लीजिए, नहीं तो जेल की तैयारी कीजिए!”
🔍 BONUS टिप्स:
📌 ASI की वेबसाइट पर जाकर आप चेक कर सकते हैं कौन-कौन से स्मारक संरक्षित हैं।
📌 ड्रोन उड़ाने की अनुमति चाहिए? Digital Sky Platform से आवेदन करें।